प्राचीन भारत में कृषि मौसम ज्ञान का सामाजिक और आर्थिक महत्व क्या था? इसके अलावा, कृषि समुदायों और ग्रामीण जीवन में इसका क्या प्रभाव था? प्राचीन भारत में कृषि मौसम ज्ञान के साथ जुड़े रितुओं और ऋतुरूपियता के प्रति चर्चा करें। ऋतुओं के परिवर्तनों का कृषि प्रथाओं और वाणिज्यिक गतिविधियों पर प्रभाव कैसे डालते थे?